संजय गुप्त, INDORE. मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 19 अक्टूबर (बुधवार) को समीक्षा बैठक में इंदौर एडीएम (प्रमोटी आईएएस) पवन जैन को हटाने के आदेश दिए हैं। दरअसल 18 अक्टूबर (मंगलवार) को जनसुवाई के दौरान एडीएम जैन ने एक दिव्यांग को सिपाहियों से पिटवाया था और जनसुनवाई से बाहर करवा दिया था। बताया जा रहा है कि अपना काम नहीं होने से दिव्यांग परेशान था और उसने गुस्से में आकर अपना मोबाइल एडीएम के सामने फेंक दिया, जिसका कवर जाकर एडीएम को लग गया। इसके बाद साहब ने सिपाहियों से दिव्यांग को डंडों से पिटवाया और उसे बाहर करा दिया। मामले की जानकारी मिलने पर सीएम शिवराज ने एडीएम का इंदौर से तत्काल ट्रांसफर कर भोपाल अटैच करने का आदेश दिया है।
यह बोले मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट शब्दों में कहा है अधिकारी दिव्यांगों से संवेदनशील व्यवहार रखें, ऐसा नहीं करने पर अधिकारी को मैदान में नहीं रखा जा सकता है।
यह था मामला
दिव्यांग कृष्णा उर्फ सोनू पाठक अपने मृत दादा का मकान अपना कराने के लिए लंबे समय से परेशान हो रहा था। इसके लिए वह कई बार कलेक्टर और निगम के दफ्तर गया। मंगलवार को फिर वह जनसुनवाई में पहुंचा तो व्हील चेयर तक नहीं थी। वह जैसे-तैसे पहली मंजिल पर सीढियों से घिसटकर पहुंचा तो उसे कर्मचारियों ने बिना पर्ची के जाने नहीं दिया, हालांकि व्हील चेयर उसे इसी बीच मिल गई। जैसे-तैसे फिर उसे जाने दिया गया। परेशान सोनू जो सही से बोलने में भी असमर्थ है, उसने एडीएम जैन के सामने पहुंचकर सिस्टम से परेशान होकर जोर से फाइल और मोबाइल टेबल पर पटक दिया, इससे मोबाइल का कवर उछलकर जैन को लग गया। इससे नाराज होकर एडीएम साहब ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया और गार्ड से कहकर दिव्यांग को बाहर निकलवा दिया। गार्ड ने पहले दिव्यांग को थप्पड़ मारकर फिर उसे व्हील चेयर से गिरा दिया।
इंदौर में 10 दिन बाद दूसरा अधिकारी सस्पेंड
क्राइम ब्रांच टीआई धनेंद्र भदौरिया के बाद दस दिन में इंदौर के दूसरे अधिकारी हटाए गए है। एक अधिकारी भ्रषटाचार वसूली करने के मामले में, तो दूसरा दिव्यांग से दुव्यर्वहार मामले में। पवन जैन साल 2013 बैच के प्रमोटी आईएएस है और कलेक्टर बनने की बाट जोह रहे थे। इसी साल उन्हें कलेक्टर पद मिलने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन अब भोपाल अटैच होने से कलेक्टर बनने की राह कठिन हो गई है।
सीएम से दूसरी बार सस्पेंड हो रहे जैन
साल 2016 में पवन जैन बैतूल में अपर कलेक्टर थे। तब उन पर आरोप थे कि नियमों के विपरीत जाकर पांच किसानों की 20 एकड़ जमीन 1 ही दिन में गैर आदिवासियों को बेचने की अनुमति दी थी। ये मुद्दा विधानसभा में उठा और पूर्व मंत्री जगदीश देवड़ा की अध्यक्षता में विधायकों की समिति गठित कर नियमों में बदलाव की प्रक्रिया चल रही है। जैन ने जमीन बिकने के बाद उस पर कब्जा भी दिलवा दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें तत्काल निलंबित करने के आदेश दिए गए।